परम सत्य है

परम सत्य है

परम सत्य है
परम सत्य है

हम अक्सर अपने अतीत को रोते रहते हैं। अगर ऐसा होता तो ऐसा हो जाता, मैंने ऐसा क्यों नहीं किया। उन अवसादों या भूलों का याद कर अपना मूड तो चौपट करते ही हैं, अपना वर्तमान भी खराब कर लेते हैं। यह परम सत्य है कि आप जिन बातों को सोचते हैं, वही साक्षात् सत्य होकर आपके सामने प्रकट हो जाती हैं। अतः पुरानी दुखद बातों को छोड़कर अच्छी बातों को ग्रहण करिये एवं आशावान बनिये। अच्छा सोचोगे तो अच्छा ही होगा। समय कम ज्यादा लग सकता है। जब अच्छा सोचोगे तो अच्छा करने के लिये प्रयासरत भी होंगे। बिना प्रयास किये आप कुछ भी हासिल नहीं हो सकते, यह भी परम सत्य है। - डाॅ. अशोक कुमार गदिया, चेयरमैन, मेवाड़ यूनिवर्सिटी